क्षणिकाएं – २१

क्षणिकाएं – २१
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यादों का झरोखा, सवाल लाजवाब
जिंदगी है छोटी और तमन्नाएं बेहिसाब।।

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फूलों से बेहतर कांटे हैं जो दामन थाम लेते हैं
लोग फिर भी चुभन का इल्जाम देते हैं
वो कुछ पल महकाएंगे जीवन फिर वीरान कर देंगे
एक हम ही हैं जो चुभते भी रहेंगे, पर साथ चलेंगे।।

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दीवाने हैं वो लोगयूंही दीवाना बना करते हैं........ 
इश्क़ भी करते हैं और  खुद ही खुद को फना करते हैं ।।

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मुझे याद आए वो गुज़रा जमाना
दिल ये चाहे फिर से लौट जाना
फिर उन्ही दोस्तों संग महफ़िल जमाना
ज़माने की तल्खियां भूल जाना।।

आभारनवीन पहल१३.०९.२०२२  💐🌹🙏👍

# नॉन स्टॉप 2

 

 

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4 Comments

Achha likha hai 💐

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बहुत ही सुंदर सृजन

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Raziya bano

14-Sep-2022 10:28 AM

शानदार

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